Wednesday, July 28, 2021

हँसी, मुस्कान, तसल्ली, सुकून, राहत, अपनापन, चैन, खुशी, आनंद और मस्त नींद 

ये सब पैसे से नहीं मिलता है।

इसके लिए दारू पीनी पड़ती है।
😐😐😐😐